संता एक बार में जाता है और बार वाले से कहता है,"मुझे एक जोरदार पैग पिलाओ।"
बार वाला पैग लेकर आता है, संता पैग उठाता है और इसे इसे एक सांस में पी जाता है।
संता एक और पैग लाने के लिए कहता है वह भी जल्दी पी के रख देता है।
पांच, छह पैग पीने के बाद बार वाला सोचता है, कि अब वो उसे और शराब नहीं पिलाएगा, बार वाला संता से कहता है, "अरे आज क्या बात है? क्या बीवी से झगड़ा हुआ है या कुछ और?"
संता आह भरते हुए कहता है, "हाँ झगड़ा हुआ है और झगड़े के बाद मेरी बीवी ने कहा एक महीने तक उससे बात नहीं करनी।"
बार वाले ने कहा, "तो इसमें गलत क्या है?"
संता ने कहा, अरे आज बात न करने का आखिरी दिन है।
संता-बंता
उदास क्यों हो!
संता और बंता कई दिनों बाद मिले संता कुछ उदास सा लग रहा था और आँखों में आंसू थे, बंता ने पूछा, "अरे तुम तो ऐसे लग रहे हो जैसे तुम्हारा सब कुछ लुट गया हो क्या बात है?"
संता ने कहा, "अरे क्या बताऊँ तीन हफ्ते पहले मेरे अंकल गुजर गए और मेरे लिए 50 लाख रूपए छोड़ गए।"
बंता: तो इसमें बुरी बात क्या है?
संता ने कहा, "और सुनो दो हफ्ते पहले मेरा एक चचेरा भाई मर गया जिसे मैं जानता भी नहीं था वो मेरे लिए 20 लाख रूपए छोड़ गया।"
बंता ने कहा, "ये तो अच्छा हुआ।"
बंता ने कहा, "पिछले हफ्ते मेरे दादाजी नहीं रहे और वो मेरे लिए पूरा 1 करोड़ छोड़ गए।"
बंता ने कहा, "ये तो और भी अच्छी बात है पर तुम इतना उदास क्यों हो?
संता ने कहा, "इस हफ्ते कोई भी नहीं मरा।