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बुरे फंसे यार!

एक आदमी की उम्र 35 वर्ष हो चुकी थी पर अभी तक उसकी शादी नही हुई थी, उसके दोस्त उसे अक्सर शादी के करने के लिए कहते रहते पर वह हर बार यही कहता कर लेंगे कर लेंगे।

एक दिन उसके दोस्त ने उसे गंभीरता से पूछ ही लिया, "अरे यार, क्या बात है क्या तुम एक अच्छी लड़की की तलाश में हो या सारी जिन्दगी ऐसे ही रहना है? क्या अभी तक तुमने अपनी पसंद की कोई लड़की नही देखी?"

आदमी: नही मैं कई अच्छी लड़कियों से मिला, मैंने उन्हें अपने घर वालों से भी मिलवाया पर मेरी माँ को वो बिल्कुल भी पसंद नही आयी, तभी आज तक मैं बस लड़कियां ही ढूंढ रहा हूँ।

उसके दोस्त ने कहा तुम एक काम क्यों नही करते कि अपनी माँ की पसंद की कोई लड़की ढूंढ लो?

फिर दोनों दोस्त कई दिनों के बाद मिले उसके दोस्त ने पूछा, "क्या तुम्हें कोई लड़की मिली जिसे तुम्हारी माँ ने भी पसंद किया?"

आदमी: हाँ यार मैंने एक लड़की को पसंद किया जो मेरी माँ को भी पसंद है, वो बिल्कुल मेरी माँ जैसी है, मेरी माँ उसे बहुत प्यार करती है और उन दोनों की आपस में खूब पटती है।

दोस्त: तो फिर तो तुमने अभी तक इस लड़की से सगाई कर ली होगी।

आदमी: अरे नही यार, कहाँ कर ली सगाई।

दोस्त: क्यों क्या हुआ?

आदमी: वो लड़की मेरे बाप को पसंद नहीं है। क्योंकि वो मेरी माँ जैसी है।


लड़की: सुनो।

लड़का: सुनाओ जान।

लड़की: कुछ जरूरी बात कहनी है।

लड़का: तो कहो ना... मेरे दिल की धड़कन।

लड़की: सबके सामने कहने में शर्म आती है।

लड़का: अरे इसमे क्या शर्माना... शर्माओ मत, कह भी दो न बेबी...।

लड़की: अच्छा कान पास लाओ... कान में बोलूंगी।

लड़का: तुम लड़कियों के नखरे भी... ठीक है (कान लड़की के मुंह के पास लाते हुए) अब बोलो जानेमन...।

लड़की: तुम्हारी पैंट पीछे से फटी है।



संता का दर्द!

एक दिन बंता जब संता से मिलने गया तो उसने देखा कि संता बहुत परेशान है। उसने संता से उसकी परेशानी का कारण पूछा।

बंता: क्या हुआ बड़ा परेशान लग रहा है?

संता: हाँ यार थोड़ी तबियत ख़राब है।

बंता: क्या हो गया? डॉक्टर को दिखाया तुमने?

संता: थोड़ा दिल में दर्द हो रहा है। डॉक्टर मेहता को दिखाने जा रहा हूँ।

बंता: पर वो तो बच्चों के डॉक्टर हैं।

संता: हाँ पर इसका इलाज़ वही कर सकते हैं।

बंता: तू पागल हो गया है क्या? दिल का इलाज़ दिल का डॉक्टर करेगा। बच्चो का डॉक्टर नहीं।

संता: यार तुम नहीं समझेगा डॉक्टर मेहता ही मेरा इलाज़ कर सकेंगे।

बंता: वो कैसे?

संता: तुमने सुना नहीं 'दिल तो बच्चा है जी'।


राज़ खुल गया!

भारतीय लड़कियां खेलों में अच्छी क्यों नहीं हैं?

क्योंकि, सिर्फ 10% क्रिकेट, हॉकी, टेनिस, बैडमिंटन, शतरंज आदि खेलती हैं बाकि कि 90% तो जानू से खेलने में व्यस्त रहती हैं।

जानू कहाँ हो?

जानू क्या कर रहे हो?

जानू कब आओगे?

जानू आप मुझसे प्यार करते हो न?

जानू किसके साथ हो?

जानू मुझे ये चाहिए।

जानू फिल्म देखने चलें, जानू ये क्या है?

जानू क्या किया दिनभर?

जानू आपने मुझे याद किया न?

जानू कुछ तो बोलो।

जानू मुझे आपकी बहुत याद आ रही है।

जानू ये।

जानू वो।

जानू कुछ नहीं।

"जान ले लो जानू की।"


 

छोटी - सी लड़की ने अपनी मां से पूछा - मम्मी , तुमने कहा था ना कि परियों के पंख होते हैं और वह उड़ सकती हैं ना ?
मम्मी - हां बेटी , कहा था |
लड़की - कल रात डैडी आया को कह रहे थे कि वह तो परी हैं | वह कब उड़ेगी मम्मी ?
मम्मी ( छोटी सी लड़की से ) - सुबह होते ही उड़ जाएगी बेटी |


पिता ( बेटे से ) - देखों बेटे , जुआ नहीं खेलते | यह ऐसी आदत हैं कि यदि इसमें आज जीतोगे तो कल हारोगे , परसों जीतोगे तो उससे अगले दिन हार जाओगे |
बेटा - बस , पिताजी ! मैं समझ गया , आगे से मैं एक दिन छौड़कर खेला करूंगा |


एक बच्चे ने दूसरे बच्चे से पूछा - क्या तुम चीनी भाषा पढ सकते हो ?
दूसरे बच्चे ने कहा - हां , अगर वह हिंदी तथा अंग्रेजी में लिखी हो तो....


छोटा बच्चा अपना रिजल्ट लेकर आया और पिता से बोला, पापा आप बहुत किस्मत वाले हैं |
पिता - कैसे बेटा ?
बच्चा - क्योंकि मैं फेल हो गया हूं | आपको मेरे लिए नयी किताबें नहीं खरीदनी पड़ेगी |


रेल के डिब्बे में चिंटू की मां ने चिंटू से कहा - चुपचाप बैठे रहो | शरारत की , तो मारूंगी |
चिंटू - तुमने मुझे मारा , तो मैं टिकट चेकर को अपनी उम्र बता दूंगा |


एक तोता एक कार से टकरा गया, तो उस कार वाले ने उसे उठआ कर पिन्जरा मे डल दिया /दूसरे दिन जब तोते को होश आया, वह बोला,आईला! जेल,कार वाला मर गया क़्या.


अनोखा परीक्षण!

एक बदसूरत काला सा आदमी जुकाम की शिकायत लेकर डाक्टर के पास गया। डाक्टर ने उसे सरसरी निगाह से देखकर कहा कि वो अपने कपडे उतार दे और दोनों हाथों को जमीन पर टिका दे।

आदमी हैरान परेशान हो गया पर उसने वैसा ही किया जैसा कि डॉक्टर ने उसे करने के लिए कहा।

डाक्टर: ठीक है, अब जानवरों की तरह चलिए, और कमरे के दायें कोने में जाएं।

आदमी ने यही किया।

डाक्टर: ठीक अब बाएँ कोने में जाएं।

आदमी उधर चला गया।

डॉक्टर: अब इस कोने में, अब उस कोने में, अब सामने, अब बीच में।

आदमी घबरा के उठ खड़ा हुआ और बोला, "डाक्टर साहब, कोई गंभीर बीमारी तो नहीं हो गयी मुझे?"

डॉक्टर: अरे नहीं, मामूली जुकाम है, ये दो गोली लो सुबह तक ठीक हो जाओगे।

आदमी: पर डॉक्टर साहब आपने ये मेरा एक घंटे तक इस तरह परीक्षण क्यों किया?

डॉक्टर: कुछ नहीं यार, बात यह है कि मैंने एक काले रंग का सोफा ख़रीदा है, मैं देखना चाहता था इस कमरे में वो किस जगह ठीक दिखेगा।


जैसे को तैसा!

एक बार एक डॉक्टर रात को सोया हुआ था। रात को अचानक डॉक्टर की नींद खुली उसने देखा कि उसका टॉयलेट पूरी तरह से ब्लॉक हो गया है।

उसने अपनी पत्नी से कहा, "मैं अभी प्लम्बर को बुलाता हूं।"

पत्नी ने पूछा, "तुम प्लम्बर को रात को तीन बजे बुलाओगे?"

डॉक्टर: हाँ क्यों नहीं, मैं तो बुलाऊंगा। हम भी तो जाते हैं रात को अगर कोई मरीज बीमार हो जाये।

उसने प्लम्बर को फोन किया, शिकायत की और उसे रात को ही आने को कहा। प्लम्बर ने सुबह आने को कहा तो डॉक्टर ने फिर से वही बात कही, "अगर मैं रात को मरीज देखने जा सकता हूं तो तुम क्यों नहीं आ सकते?"

रात को करीब 3:30 बजे प्लम्बर आंखों को मसलता हुआ पहुंचा। डॉक्टर ने उसे टॉयलेट दिखाया।

प्लम्बर बाहर गया, वहां कुछ गोलियां पड़ी हुई थी। उसने दो गोलियां उठा कर टॉयलेट में डाल दी और डॉक्टर से कहा, "अगर कोई फर्क नहीं पड़े तो सुबह फिर से मुझे कॉल कर लेना।


दिन बदल गए!

बंता: यार संता तुम्हें पता है मैं और प्रीतो तलाक ले रहे है।

संता (हैरान होते हुए): क्यों क्या हो गया? तुम दोनों तो बहुत अच्छे से रहते हो।

बंता: जब से हम लोगों ने शादी की है तब से प्रीतो मुझे बदलने की कोशिश में लगी हुई है। सबसे पहले उसने मुझे शराब पीने से रोका, फिर सिगरेट फिर इधर-उधर आवारा घूमने से।

उसने मुझे सिखाया कि अच्छे कपड़े कैसे पहनते है, उसने मुझे संगीत और कला के प्रति रूचि आदि सब सिखाये और स्टॉक मार्केट में कैसे निवेश करना है ये सब भी उसी ने सिखाया।

संता ने कहा, "क्या तुम बस इसलिए नाराज हो कि उसने तुम्हें बदलने के लिए ये सब किया।"

बंता: अरे मैं नाराज नहीं हूँ, मैं अब काफी सुधर चुका हूँ तो अब वो मुझे अपने लायक नहीं लगती।


दयालु संता!

एक दिन संता ऑफिस जाने के लिए जब बस में चढ़ा तो कंडक्टर ने हँसते हुए पूछा, "कल रात आप ठीक-ठाक घर पहुँच गए थे? कहीं गिरे तो नहीं या रास्ता तो नहीं भूले थे घर का?"

संता (गुस्से से): क्यों, कल रात को मुझे क्या हुआ था?

कंडक्टर: कल रात आप नशे में टुन्न थे।

संता: तुम कैसे कह सकते हो कि कल रात मैं नशे में था। हमने तो आपस में कोई बात भी नहीं की थी।

कंडक्टर: जी, वो ऐसा है कि कल रात जब आप बस में बैठे हुए थे तब एक मैडम बस में चढ़ी थी और आपने उन्हें उठकर अपनी सीट पर बैठने के लिए कहा था।

संता (हैरानी से): तो क्या किसी महिला को सीट देना कोई गुनाह है?

कंडक्टर (हँसते हुए): गुनाह तो नहीं है पर जब आप ने उनको सीट के लिए पूछा उस समय बस तो पहले से ही खाली थी।


आलसीपन की हद!

संता और बंता एक रोज आलस के मारे एक कमरे में लेटे हुए थे।

बंता: यार जरा बाहर जाकर तो देख, बारिश हो रही है क्या?

संता: हाँ, बारिश हो रही है।

बंता: बिना देखे ही तू कैसे कह सकता है?

संता: अभी-अभी जो बिल्ली अंदर आई थी वो भीगी हुई थी, इसका मतलब बारिश हो रही है।

थोड़ी देर बाद बंता फिर बोला, "जरा बत्ती तो बुझा दे यार, मुझे रौशनी में नींद नहीं आती।"

संता: आंखें बंद कर लो अपने-आप अंधेरा हो जायेगा।

बंता झल्लाकर बोला, "कम से कम दरवाजा तो बंद कर ले।"

संता: अब दो काम मैंने कर दिए, एक-आध काम तू खुद भी कर ले।


इसे प्यार न समझो!

एक बार किसी जगह संगीत की महफ़िल चल रही थी। एक गायक ने जैसे ही गाना गाया, सब बोले, "वन्स मोर (Once more)।"

गायक ने गाना फिर सुना दिया।

दूसरी बार भी गाना खत्म हुआ तो सब लोग फिर से बोल उठे, "वन्स मोर (Once more)"।

इस बार गायक ने कहा, "मेरे प्यारे सुनने वालो, मैं आपका मेरे लिए प्यार समझता हूँ। पर मेरी भी कुछ मर्यादा है। मैं इतनी बार नहीं गा सकता।"

तभी महफ़िल में से एक आदमी उठ कर बोला, "जब तक तुम ठीक से नहीं गाओगे, तुमको गाना ही पड़ेगा।"


संता की इंटरव्यू!

एक बार संता नौकरी के लिए इंटरव्यू के लिए गया।
इंटरव्यू के लिए एक लेडी बैठी थी।

लेडी ने संता से पूछा: आप शराब पीते हो??

संता: हाँ।

लेडी: कितनी?

संता: करीब 6 पैग रोज के।

लेडी: ओह! 6 पैग कितने के होते हैं?

संता: करीब 1000 रुपये के।

लेडी: कब से पी रहे हो?

संता: करीब 14 साल से।

लेडी: ओह! इसका मतलब आप रोज 1000 रुपये के हिसाब से महीने के 30000 रुपये शराब में उड़ाते हो, मतलब साल के 360000 रुपये। इस हिसाब से तुमने पिछले 14 साल में शराब पर करीब 50 लाख रुपये उड़ा दिए। क्या तुम जानते हो 50 लाख रुपये में तुम एक BMW खरीद सकते थे।

संता: क्या आप भी पीती हैं?

लेडी: नहीं मैंने कभी हाथ तक नहीं लगाया।

संता: चल फिर दिखा तेरी BMW कहाँ है?


एक बार एक शादी शुदा जोडा किसी के यहां मेहमान बनकर आया दोनों मियां -बीवी ने बढ- चढकर उनका स्वागत किया | चार-पांच दिन बाद वे चले गए |

पत्नी ने ( पति से पूछा )- क्यों जी , वे तुम्हारे कौनसे रिश्तेदार थें ?

इतना सुनते ही पति बेहोश हो गया | होश में आने के बाद उसने कहा- मैं तो समझ रहा था कि वे तुम्हारे रिश्तेदार हैं |


मरते समय पति ने अपनी पत्नी से कहा- मेरे मरने के बाद तुम रामलाल से शादी कर लेना |

पत्नी ने आश्चर्य से पूछा - रामलाल से , लेकिन वह तो आपका सबसे बडा दुश्मन हैं |

पति ने कहा - हां , मैं उससे बदला लेना चाहता हूं |


खाना खाने के बाद पति ने अपनी सुशिक्षिता पत्नी से पूछा - क्यों जी, अब आप क्या करेंगी ?

पत्नी - कोई खास काम नही | यही कुछ पढूंगी , रेडियो सुनूंगी वगैरह-वगैरह |

पति - ठीक , जब आप वगैरह - वगैरह पर आएं , तब कृपया मेरी कमीज के बटन टांकना न भूलिएगा |


पति ( नई - नवेली पत्नी से ) - लगता हैं , तुम्हें सफाई बहुत पसन्द हैं |

पत्नी ( शर्माते हुए )- आपने यह कैसे जाना ?

पति- जिन बर्तनों में तुमने मुझे खाना परोसा हैं , उनमें साबुन की बू आ रही हैं |


पत्नी ( पति से )- रात में मैंने सपना देखा कि तुम मेरे लिए कीमती हार लेकर आए हो |

पति - फिर क्या हुआ |

पत्नी - तुम्हारा क्या ख्याल है इस सपने के बारे में ?

पति - कल तक की मोहलत दो |

पत्नी - ठीक है |

पति - यह लो तुम्हारे सपने के फलों का पैकेट |

पत्नी ( उत्सुकता से खोला ) - लेकिन इसमें तो पुस्तक है और जिस पर लिखा - स्वप्न और

उसकी व्याख्या |


एक व्यक्ति घबराया हुआ पुलिस स्टेशन आया ओर थानेदार से बोला - मुझे गिरफ्तार कर लीजिए साहब , मैंने अपनी पत्नी के सिर पर लाठी मारी हैं |

थानेदार - क्या तुम्हारी पत्नी लाठी से मर गई है ?

पति - जी नहीं साहब ! वह तो लाठी लिये मरे पीछे आ रही हैं |


पति महाशय सुबह-सुबह फेसबुक खोल कर बैठ गए | उनकी एक महिला मित्र ने सैंडविच का फोटो अपलोड करके लिखा - आओ, सब नाश्ता करें | पति ने खुश होकर

कमेंट किया - बहुत बढ़िया नाश्ता था | मजा आ गया | यह कमेंट पत्नी ने देख लिया ... फिर क्या, पति महासय को नाश्ता नहीं दिया | और चार घंटे बाद पत्नी ने पति से

पूछा - खाना बनाऊं , या आप लंच भी फेसबुक पर ही करेंगे ?


एक दिन पप्पू को अनजान नंबर से फोन आया | फोन पर लड़की थी, जो बोली - हेलो आप कुंवारे हैं ?

पप्पू - हां, लेकिन आप कौन बोल रही हैं ?

लड़की - मैं तुम्हारी बीवी बोल रही हूं | आज घर आना तो बताऊंगी |

थोड़ी देर बाद पप्पू को फिर एक अनजाने नंबर से फोन आया | फिर से एक लड़की ही थी, जो बोली - क्या आप शादीशुदा हैं ?

पप्पू - हां, लेकिन तुम कौन ?

लड़की - तुम्हारी गर्लफ्रेंड, धोकेबाज !

पप्पू - सॉरी बेबी, मुझे लगा मेरी बीवी हैं |

लड़की - बीवी ही हूं | आज बस तुम घर आओ, फिर बताती हूं |


पत्नी से तंग आकर पप्पू तलाक के लिए कोर्ट में गया |

पप्पू ( जज साहब से ) - सर मैँ अपनी बीबी से खुश नहीं हूँ।

जज ( पप्पू की पत्नी से बोले) - आपका पति आपसे खुश क्यों नहीं हैं ?

पत्नी बोली - जज साहब सारा मोहल्ला खुश है, बस यही नखरे कर रहे हैं ?


पति ( पत्नी से ) - बात अविश्वासनीय सही है - सुना तुमने जो आदमी जितना अधिक बेवकूफ होता हैं , उसे उतनी ही अधिक सुंदर पत्नी मिलती हैं |

पत्नी ( खुश होकर ) - बस-बस , रहने भी दो मेरी तारीफ करने के अलावा कभी कोई और भी काम कर लिया करो |


पत्नी - नींद में तुम राजरानी-राजरानी क्या बडबडा रहे थे , आखिर यह राजरानी है कौन ?

पति - राजरानी ओह ! यह वही घोडी है जो कल रेस में भाग लेने वाली है |

पत्नी - तो फिर कल दो बार तुम्हारी उसी घोडी का फोन आया था |


नुमाइश में बहुत भीड थी | एक साहब एक महिला से कहने लेगे - माफ कीजिए मैं कुछ देर आपसे बातें करना चाहता हूं |

महिला - इससे आपको क्या लाभ होगा |

साहब - दरअसल मेरी पत्नी खो गई है वह मुझे आपसे बातें करते हुए देखेगी तो गोली की तरह यहां पहुंच जाएगी |


प्रेमी -प्रेमिका ने जब एक दूसरे को विवाह का वचन दे दिया |

प्रेमिका- परन्तु प्रिय , में एक बात मैं पहले साफ कर दूं -मुझे खाना पकाना नहीं आता |

प्रेमी- कोई बात नहीं प्रिय , मैं भी पहले ही साफ किये देता हूं ,

मैं कवि हूं , मेरे घर में पकाने के लिए कुछ है ही नहीं |


युवक - डार्लिंग , क्या मैं पहला शख्स हूं जिसने कि तुमसे प्यार किया हैं ?

युवती - हां , भई हां ! पता नहीं तुम सारे मर्द लोग यहीं एक सवाल क्यों पूछते हो |


प्रेमिका ( प्रेमी से ) - तुम मुझे बहुत प्यार करते हो ?

प्रेमी - हां |

प्रेमिका - अगर मैं मर जाऊं तो तुम रोओगे ?

प्रेमी - बहुत - बहुत |

प्रेमिका - जरा रोकर दिखाइए ना |

प्रेमी - पहले तुम मरकर दिखाओ |


पत्नी - सुनो जी अखबार में खबर है कि एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को बेच डाला ?

पति - ओह ! कितने में ?

पत्नी - एक साइकिल के बदले में , कहीं तुम भी तो ऐसा नहीं करोंगे |

पति - मैं इतना मूर्ख थोडे ही हूं , तुम्हारे बदले में तो कार आ सकती हैं |


प्रेमी और प्रेमिका छत पर बैठे थे | चांदनी छिटकी हुई थी , अचानक प्रेमिका बोली - मेरी इच्छा है कि मैं अगले जन्म में चांद बनूं |

प्रेमी - हा ! प्रिय मेरी इच्छा है कि मैं चांद पर उतरने वाला पहला अन्तरिक्ष यात्री बनूं |


क्यों तुम्हारे दांत कैसे टूट गए ? प्रेमिका ने प्रेमी से पूछा |

हंसने के कारण , प्रेमी ने झेंपते हुए कहा |

हंसने के कारण ? प्रेमिका ने आश्चर्य से पूछा |

प्रेमी -कल मै एक पहलवान को देखकर हंस पडा था , शरमाते हुऐ प्रेमी ने कहा |


बॉयफ्रेंड - मै तुमसे शादी नहीं कर सकता |

मेरे घर के लोग तुम्हें स्वीकार करने को तैयार नहीं है |

गर्लफ्रेंड- तुम्हारे घर में कौन -कौन हैं ? बॉयफ्रेंड- एक बीवी और तीन बच्चे |


गांव का वह शायर प्रेमी बेचारा बडा ही शर्मीला था जब उसका प्रेम शहर की एक चंचल युवती से हो गया , तो सब को हैरानी थी कि वह कैसे उसके सामने विवाह का प्रस्ताव रखेगा |

बाद में मालूम पडा , उसने युवती से इस रूप में कहा - नूरजहां , मेरे घर के लोगों के साथ दफनाया जाना तुम पसन्द करोगी क्या ?


प्रेमिका ने प्रेमी से कहा -अपनी शादी के लिए ! तुम मां से मिलकर देखों |

प्रेमी बोला - नहीं डियर ! अब तुम्हारे सिवाय कोई दूसरी मेरे मन में नहीं बस सकती |


एक खूबसूरत लडकी बस स्टैंड पर खडी थी |
एक नौजवान बोला- चांद तो रात में निकलता हैं , आज दिन में कैसे निकल आया ?

लडकी बोली - अरे उल्लू तो रात को बोलता था , आज दिन में कैसे बोल रहा हैं |


महात्मा ( शराबी से )- तुम्हारी श्वांस में शराब की ऐसी बदबू आती है कि तुम्हें स्वर्ग और नरक में जगह नहीं मिलेगी |

शराबी ( महात्मा से ) - मगर मरने के बाद मैं अपनी श्वांस यहीं छोड जाऊंगा


ग्राहक को आधी पीने पर चाय में चींटी मिली |

उसने वेटर को बुलाकर और चींटी निकालकर उसके सामने रख दी |

वेटर क्षमायाचना करता हुआ चाय का दुसरा प्याला लेने चला गया |

यह देखकर बगल में बेठे व्यक्ति ने अनुरोध किया - बन्धु कृपया यह चींटी अब मुझे दे दों |


एक लडका घोडे पर बैठकर कुछ लिख रहा था उसके पिता ने पूछा - तुम यहां क्यों बैंठे हों ?

पुत्र - पिताजी ! कल मास्टरजी ने घोडे पर निबंध लिखने को कहा था , वही लिख रहा हूं |


प्रेमिका - क्या तुम मुझे बेहद प्यार करते हो ?

प्रेमी - हां, प्रिये , मैं तुम्हारे लिये जान तक दे सकता हूं |

प्रेमिका - जान मत दो , पर कल क्या सौ का एक नोट दोगे ?

प्रेमी - प्रिये ! प्यार मोहब्बत में पैसे नहीं मांगा करते है |


पत्नी ने डॉक्टर से कहा - डॉक्टर साहब ! मेरे पति नींद में बड़बड़ाते हैं |

डॉक्टर ने कहा - इसका कोई इलाज नहीं हैं |

पत्नी बोली - कम से कम ऐसी कोई दवा तो उनको दीजिए जिससे उनका बड़बड़ाना साफ सुन सकूं |


लडका अपनी गर्लफ्रेंड से - अमीर से अमीर आदमी भी मेरे पिताजी के आगे कटोरी लेकर खडा रहता है |

गर्लफ्रेंड - फिर तो तुम्हारे पिताजी बहुत अमीर होंगे |

लडका - नहीं वह गोलगप्पे बेचते है |


प्रेमी ने अपनी प्रेमिका से पूछा - डियर ! तुमने मुझे वरमाला डालने का निश्चय कर लिया हैं ना ?

प्रेमिका ने कहा - इतनी जल्दी मैं कुछ नहीं कह सकती |

प्रेमी बोला - फिर भी अब तुम कुछ जल्दी अवश्य करोगी ही, क्योंकि मेरी जेब खाली होने में अब ज्यादा विलंब नहीं हैं |.


प्रेमी - रेखा , तुमने अपने पिता से कहा है कि तुमसे शादी करने के लिए तैयार हूं , तो वे क्या बोले ?

प्रेमिका - "वे आंखें मूंदकर बोले - "हे भगवान , जिस मूर्ख की तलाश में धरती आकाश में घूम रहा था , उसे तुमने इतनी आसानी से भेज दिया |


लड़की - मेरी एक-एक सांस हर एक लड़का मरता हैं |

लड़का - तो तुम कोई अच्छा सा टूथपेस्ट क्यों नहीं इस्तेमाल कर लेती हो |


साहित्य प्रेमी दूल्हा सुहागरात को अपनी दुल्हन से बोला - प्रिय , आज से ही तुम मेरी कविता हो , भावना हो कामना हो |

दुल्हन ने यह सुनकर दूल्हे से कहा - मेरे लिए भी आज से तुम ही मेरे दिनेश हो ,सुरेश हो , राकेश हो , |


प्रेमी ने अपनी प्रेमिका से पूछा - डियर ! मैं तुम्हारे पिताजी से शादी की बात किस समय करूं ?

प्रेमिका ने कहा - जब कभी मेरे पिताजी के पैर में जूते न हों |


 

एक छात्र ने गणित के अध्यापक से कहा - सर ! अंग्रेजी के अध्यापक तो अंग्रेजी में बातें करते है |
आप भी गणित में बात क्यों नहीं करतें ?
गणित अध्यापक - ज्यादा तीन पांच न कर फोरन नौ -दो ग्यारह हो जा , नहीं तो चार पांच रख दूगां तो छठी का दूध याद आ जाएगा |


अध्यापक-रेल किराया इतना अधिक बढ जाने पर भी यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही है |
इसका कारण बताइये | छात्र - इसका कारण यह है कि हर एक आदमी यही सोचता है |
अगले साल किराया और बढ जाएगा इसलिए अभी यात्रा कर ली जाए |


अध्यापक ( छात्रों से ) - अगर न्यूटन पेड़ के नीचे नहीं बैठते और उनके सिर के ऊपर सेब नहीं गिरता तो गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत हमें कैसे पता चलता |

छात्र - सर ! बिलकुल सही कहा आपने , अगर न्यूटन हमारी तरह क्लास में बैठकर इसी तरह किताब पढ़ रहे होते तो वो भी कोई आविष्कार नहीं कर पाते |


अध्यापक - रोहन , अगर तुम्हारे पास पंद्रह सेब हों जिनमें से छः तुम निर्मला को दे दो , चार सुनिता को दे दो और पांच डौली को दे दो तो तुम्हें क्या मिलेगा ?

रोहन - सर ! मुझे तीन नई गर्ल्स फ्रेंड़ मिलेगी


अध्यापक - चिंटू तुम कल स्कूल क्यों नहीं आए ? चिंटू - सर , कल मैं सपने में अमरीका चला गया था |
अध्यापक - ठीक है ! पिन्टू तुम क्यों नहीं आए ? पिन्टू - सर , मैं चिंटू को एयरपोर्ट छोडने गया था |


अध्यापक ने छात्र से पूछा - बताओं बच्चों ! दिन में तारे किस समय दिखाई देते है ?

एक छात्र ने उत्तर दिया - जब तमाचे पडते है |


अध्यापक - शाबाश दीपक , मुझे खुशी है कि तुमने इतने अच्छे अंक लिए | आगे भी ऐसे ही अच्छे अंक लेना |

दीपक - अच्छा सर , पर आप भी परचे भाई साहब के प्रेस में छपवाते रहिएगा |


अध्यापक - तुम कैसे सिद्ध करोगे कि साग-पात खाने वाले की निगाहें तेज होती है |

छात्र - सर , आज तक किसी ने बकरे या घोडे को चश्मा लगाते देखा है क्या ?


अध्यापक ने कपिल से कहा - जो काम तुमने नहीं किया , उसके लिए तुम्हें सजा नहीं दी जाएगी |

कपिल - धन्यवाद सर ! आज में होमवर्क करना भूल गया हूं |


अध्यापक -तुम बडे मुर्ख हो बालक , मै तुम्हारी उम्र मे अच्छी तरह किताब पढ लेता था |

छात्र - श्रीमान आपको अच्छा मास्टर मिल गया होगा?


संगीत के अध्यापक ने अपने एक छात्र से पूछा-तुम किस ताल के विषय में अधिक जानते हो ?
छात्र ने तुरंत उत्तर दिया - सर ! में हडताल के विषय में अधिक जानता हुं |


शिक्षक ने क्लास में लडके की कॉपी जांचते हुए उससे कहा- मुझे आश्चर्य होता है कि तुम अकेले इतनी सारी गल्तियां करते हों ?

लडके ने खडे होकर कहा - यह सब गल्तियां मैंने अकेले नहीं की हैं , मेरे पिता जी ने भी इसमें मुझे मदद दी है |


अध्यापक ने परीक्षा में चार पृष्ठों का निबन्ध लिखने को दिया - विषय था- "आलस्य क्या हैं ?

एक विद्यार्थी ने तीन पृष्ठों को खाली छोड़ दिया और चौथे पर बड़े - बड़े अक्षरों में लिखा - "यही आलस्य हैं |".

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