नुमाइश में बहुत भीड थी | एक साहब एक महिला से कहने लेगे - माफ कीजिए मैं कुछ देर आपसे बातें करना चाहता हूं |
महिला - इससे आपको क्या लाभ होगा |
साहब - दरअसल मेरी पत्नी खो गई है वह मुझे आपसे बातें करते हुए देखेगी तो गोली की तरह यहां पहुंच जाएगी |
प्रेमी -प्रेमिका ने जब एक दूसरे को विवाह का वचन दे दिया |
प्रेमिका- परन्तु प्रिय , में एक बात मैं पहले साफ कर दूं -मुझे खाना पकाना नहीं आता |
प्रेमी- कोई बात नहीं प्रिय , मैं भी पहले ही साफ किये देता हूं ,
मैं कवि हूं , मेरे घर में पकाने के लिए कुछ है ही नहीं |
युवक - डार्लिंग , क्या मैं पहला शख्स हूं जिसने कि तुमसे प्यार किया हैं ?
युवती - हां , भई हां ! पता नहीं तुम सारे मर्द लोग यहीं एक सवाल क्यों पूछते हो |
प्रेमिका ( प्रेमी से ) - तुम मुझे बहुत प्यार करते हो ?
प्रेमी - हां |
प्रेमिका - अगर मैं मर जाऊं तो तुम रोओगे ?
प्रेमी - बहुत - बहुत |
प्रेमिका - जरा रोकर दिखाइए ना |
प्रेमी - पहले तुम मरकर दिखाओ |
पत्नी - सुनो जी अखबार में खबर है कि एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को बेच डाला ?
पति - ओह ! कितने में ?
पत्नी - एक साइकिल के बदले में , कहीं तुम भी तो ऐसा नहीं करोंगे |
पति - मैं इतना मूर्ख थोडे ही हूं , तुम्हारे बदले में तो कार आ सकती हैं |
प्रेमी और प्रेमिका छत पर बैठे थे | चांदनी छिटकी हुई थी , अचानक प्रेमिका बोली - मेरी इच्छा है कि मैं अगले जन्म में चांद बनूं |
प्रेमी - हा ! प्रिय मेरी इच्छा है कि मैं चांद पर उतरने वाला पहला अन्तरिक्ष यात्री बनूं |
क्यों तुम्हारे दांत कैसे टूट गए ? प्रेमिका ने प्रेमी से पूछा |
हंसने के कारण , प्रेमी ने झेंपते हुए कहा |
हंसने के कारण ? प्रेमिका ने आश्चर्य से पूछा |
प्रेमी -कल मै एक पहलवान को देखकर हंस पडा था , शरमाते हुऐ प्रेमी ने कहा |
बॉयफ्रेंड - मै तुमसे शादी नहीं कर सकता |
मेरे घर के लोग तुम्हें स्वीकार करने को तैयार नहीं है |
गर्लफ्रेंड- तुम्हारे घर में कौन -कौन हैं ? बॉयफ्रेंड- एक बीवी और तीन बच्चे |
गांव का वह शायर प्रेमी बेचारा बडा ही शर्मीला था जब उसका प्रेम शहर की एक चंचल युवती से हो गया , तो सब को हैरानी थी कि वह कैसे उसके सामने विवाह का प्रस्ताव रखेगा |
बाद में मालूम पडा , उसने युवती से इस रूप में कहा - नूरजहां , मेरे घर के लोगों के साथ दफनाया जाना तुम पसन्द करोगी क्या ?
प्रेमिका ने प्रेमी से कहा -अपनी शादी के लिए ! तुम मां से मिलकर देखों |
प्रेमी बोला - नहीं डियर ! अब तुम्हारे सिवाय कोई दूसरी मेरे मन में नहीं बस सकती |
एक खूबसूरत लडकी बस स्टैंड पर खडी थी |
एक नौजवान बोला- चांद तो रात में निकलता हैं , आज दिन में कैसे निकल आया ?
लडकी बोली - अरे उल्लू तो रात को बोलता था , आज दिन में कैसे बोल रहा हैं |
महात्मा ( शराबी से )- तुम्हारी श्वांस में शराब की ऐसी बदबू आती है कि तुम्हें स्वर्ग और नरक में जगह नहीं मिलेगी |
शराबी ( महात्मा से ) - मगर मरने के बाद मैं अपनी श्वांस यहीं छोड जाऊंगा
ग्राहक को आधी पीने पर चाय में चींटी मिली |
उसने वेटर को बुलाकर और चींटी निकालकर उसके सामने रख दी |
वेटर क्षमायाचना करता हुआ चाय का दुसरा प्याला लेने चला गया |
यह देखकर बगल में बेठे व्यक्ति ने अनुरोध किया - बन्धु कृपया यह चींटी अब मुझे दे दों |
एक लडका घोडे पर बैठकर कुछ लिख रहा था उसके पिता ने पूछा - तुम यहां क्यों बैंठे हों ?
पुत्र - पिताजी ! कल मास्टरजी ने घोडे पर निबंध लिखने को कहा था , वही लिख रहा हूं |
प्रेमिका - क्या तुम मुझे बेहद प्यार करते हो ?
प्रेमी - हां, प्रिये , मैं तुम्हारे लिये जान तक दे सकता हूं |
प्रेमिका - जान मत दो , पर कल क्या सौ का एक नोट दोगे ?
प्रेमी - प्रिये ! प्यार मोहब्बत में पैसे नहीं मांगा करते है |
पत्नी ने डॉक्टर से कहा - डॉक्टर साहब ! मेरे पति नींद में बड़बड़ाते हैं |
डॉक्टर ने कहा - इसका कोई इलाज नहीं हैं |
पत्नी बोली - कम से कम ऐसी कोई दवा तो उनको दीजिए जिससे उनका बड़बड़ाना साफ सुन सकूं |
लडका अपनी गर्लफ्रेंड से - अमीर से अमीर आदमी भी मेरे पिताजी के आगे कटोरी लेकर खडा रहता है |
गर्लफ्रेंड - फिर तो तुम्हारे पिताजी बहुत अमीर होंगे |
लडका - नहीं वह गोलगप्पे बेचते है |
प्रेमी ने अपनी प्रेमिका से पूछा - डियर ! तुमने मुझे वरमाला डालने का निश्चय कर लिया हैं ना ?
प्रेमिका ने कहा - इतनी जल्दी मैं कुछ नहीं कह सकती |
प्रेमी बोला - फिर भी अब तुम कुछ जल्दी अवश्य करोगी ही, क्योंकि मेरी जेब खाली होने में अब ज्यादा विलंब नहीं हैं |.
प्रेमी - रेखा , तुमने अपने पिता से कहा है कि तुमसे शादी करने के लिए तैयार हूं , तो वे क्या बोले ?
प्रेमिका - "वे आंखें मूंदकर बोले - "हे भगवान , जिस मूर्ख की तलाश में धरती आकाश में घूम रहा था , उसे तुमने इतनी आसानी से भेज दिया |
लड़की - मेरी एक-एक सांस हर एक लड़का मरता हैं |
लड़का - तो तुम कोई अच्छा सा टूथपेस्ट क्यों नहीं इस्तेमाल कर लेती हो |
साहित्य प्रेमी दूल्हा सुहागरात को अपनी दुल्हन से बोला - प्रिय , आज से ही तुम मेरी कविता हो , भावना हो कामना हो |
दुल्हन ने यह सुनकर दूल्हे से कहा - मेरे लिए भी आज से तुम ही मेरे दिनेश हो ,सुरेश हो , राकेश हो , |
प्रेमी ने अपनी प्रेमिका से पूछा - डियर ! मैं तुम्हारे पिताजी से शादी की बात किस समय करूं ?
प्रेमिका ने कहा - जब कभी मेरे पिताजी के पैर में जूते न हों |