बुरे फंसे यार!
एक आदमी की उम्र 35 वर्ष हो चुकी थी पर अभी तक उसकी शादी नही हुई थी, उसके दोस्त उसे अक्सर शादी के करने के लिए कहते रहते पर वह हर बार यही कहता कर लेंगे कर लेंगे।
एक दिन उसके दोस्त ने उसे गंभीरता से पूछ ही लिया, "अरे यार, क्या बात है क्या तुम एक अच्छी लड़की की तलाश में हो या सारी जिन्दगी ऐसे ही रहना है? क्या अभी तक तुमने अपनी पसंद की कोई लड़की नही देखी?"
आदमी: नही मैं कई अच्छी लड़कियों से मिला, मैंने उन्हें अपने घर वालों से भी मिलवाया पर मेरी माँ को वो बिल्कुल भी पसंद नही आयी, तभी आज तक मैं बस लड़कियां ही ढूंढ रहा हूँ।
उसके दोस्त ने कहा तुम एक काम क्यों नही करते कि अपनी माँ की पसंद की कोई लड़की ढूंढ लो?
फिर दोनों दोस्त कई दिनों के बाद मिले उसके दोस्त ने पूछा, "क्या तुम्हें कोई लड़की मिली जिसे तुम्हारी माँ ने भी पसंद किया?"
आदमी: हाँ यार मैंने एक लड़की को पसंद किया जो मेरी माँ को भी पसंद है, वो बिल्कुल मेरी माँ जैसी है, मेरी माँ उसे बहुत प्यार करती है और उन दोनों की आपस में खूब पटती है।
दोस्त: तो फिर तो तुमने अभी तक इस लड़की से सगाई कर ली होगी।
आदमी: अरे नही यार, कहाँ कर ली सगाई।
दोस्त: क्यों क्या हुआ?
आदमी: वो लड़की मेरे बाप को पसंद नहीं है। क्योंकि वो मेरी माँ जैसी है।
लड़की: सुनो।
लड़का: सुनाओ जान।
लड़की: कुछ जरूरी बात कहनी है।
लड़का: तो कहो ना... मेरे दिल की धड़कन।
लड़की: सबके सामने कहने में शर्म आती है।
लड़का: अरे इसमे क्या शर्माना... शर्माओ मत, कह भी दो न बेबी...।
लड़की: अच्छा कान पास लाओ... कान में बोलूंगी।
लड़का: तुम लड़कियों के नखरे भी... ठीक है (कान लड़की के मुंह के पास लाते हुए) अब बोलो जानेमन...।
लड़की: तुम्हारी पैंट पीछे से फटी है।
संता का दर्द!
एक दिन बंता जब संता से मिलने गया तो उसने देखा कि संता बहुत परेशान है। उसने संता से उसकी परेशानी का कारण पूछा।
बंता: क्या हुआ बड़ा परेशान लग रहा है?
संता: हाँ यार थोड़ी तबियत ख़राब है।
बंता: क्या हो गया? डॉक्टर को दिखाया तुमने?
संता: थोड़ा दिल में दर्द हो रहा है। डॉक्टर मेहता को दिखाने जा रहा हूँ।
बंता: पर वो तो बच्चों के डॉक्टर हैं।
संता: हाँ पर इसका इलाज़ वही कर सकते हैं।
बंता: तू पागल हो गया है क्या? दिल का इलाज़ दिल का डॉक्टर करेगा। बच्चो का डॉक्टर नहीं।
संता: यार तुम नहीं समझेगा डॉक्टर मेहता ही मेरा इलाज़ कर सकेंगे।
बंता: वो कैसे?
संता: तुमने सुना नहीं 'दिल तो बच्चा है जी'।
राज़ खुल गया!
भारतीय लड़कियां खेलों में अच्छी क्यों नहीं हैं?
क्योंकि, सिर्फ 10% क्रिकेट, हॉकी, टेनिस, बैडमिंटन, शतरंज आदि खेलती हैं बाकि कि 90% तो जानू से खेलने में व्यस्त रहती हैं।
जानू कहाँ हो?
जानू क्या कर रहे हो?
जानू कब आओगे?
जानू आप मुझसे प्यार करते हो न?
जानू किसके साथ हो?
जानू मुझे ये चाहिए।
जानू फिल्म देखने चलें, जानू ये क्या है?
जानू क्या किया दिनभर?
जानू आपने मुझे याद किया न?
जानू कुछ तो बोलो।
जानू मुझे आपकी बहुत याद आ रही है।
जानू ये।
जानू वो।
जानू कुछ नहीं।
"जान ले लो जानू की।"