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सास से प्यार!


यह एक जग प्रसिद्ध सच है कि सभी बहुओं को अपनी सास से परेशानी रहती है।

ऐसे ही एक दिन सभी बहुएं इकट्ठी हुई और उन्होंने फैसला किया कि, वे सब अपनी सास से माफ़ी मांगेगी और कहेंगी, उन्होंने जो भी किया उनसे वो गलती से हुआ।

एक हफ्ते बाद सभी बहुओं ने पिकनिक जाने का कार्यक्रम बनाया, जिसमें पूरे परिवार के साथ अपनी अपनी सास को भी ले गयी।

सारी सास एक ही बस में थी जो सबसे आगे चली थी रास्ते में उनकी बस का एक्सिडेंट हो गया।

और सभी सास मर गयी, सारी बहुएं जोर-जोर से बिलख-बिलख कर रो रही थी।

पर एक बहु को शायद कुछ ज्यादा ही दुःख हुआ वो जमीन पर हाथ पटक पटक कर रो रही थी। सभी उसे सांत्वना देकर कह रहे थे, कम से कम तुम्हारी सास बिना किसी चिंता के मरी है। तुम्हारा उससे कोई झगड़ा नहीं था पर वो अभी भी जोर-जोर से चिल्ला रही थी।

जब वो बार-बार बोलने पर चुप नहीं हो रही थी तो एक औरत ने उसे पूछा, "तुम इतना क्यों चिल्ला रही हो, क्या तुम्हारी सास ज्यादा खास थी?"



आखिरी इच्छा!


एक बार एक आदमी अपने घर के पीछे पेड़ लगाने कि लिए गढ्ढा खोद रहा था, कोई 2 फुट खोदने के बाद उसे एक चिराग मिला। उसने उसे बाहर निकाला और उसे साफ़ करने लगा अचानक ही उससे एक जिन्न प्रकट हो गया और कहने लगा मैं तुम्हारी तीन इच्छाएँ पूरी कर सकता हूँ।

उस आदमी ने सोचा कि ये तो बहुत अच्छा है।

जिन्न ने कहा, "तुम मुझे पहले ये बताओ कि तुम सबसे ज्यादा नफरत किससे करते हो?"

उस आदमी ने कहा कि मैं अपने पडोसी से सबसे ज्यादा नफरत करता हूँ।

जिन्न ने कहा, "देखो तुम्हारी जो भी तीन इच्छाएँ होगी या जो भी तुम मांगोगे तुम्हारे पडोसी को उसका दुगना मिलेगा।"

उस आदमी ने जल्दबाजी में जिन्न से कहा कि उसे 1 करोड़ रूपए दे दो।

जिन्न ने कहा, "ठीक है पर तुम्हारे पडोसी को दो करोड़ मिलेंगे।"

उस आदमी ने अपनी दूसरी इच्छा भी जल्द ही मांग ली उसने जिन्न से कहा कि उसे एक बहुत बड़ा बंगला नौकरों के साथ चाहिए।

जिन्न ने कहा, "मिल जायेगा पर पडोसी को दो बंगले मिलेंगे वो भी दुगने नौकरों के साथ।"

अब उस आदमी की आखिरी इच्छा बची थी उसने सोचा कि मैं जो भी मांग रहा हूँ पडोसी को उसका दुगना मिल रहा है तो बड़े सोच विचार के बाद उसने जिन्न से कहा कि मेरी आखिरी इच्छा ये है कि आप मुझे मार मार कर अधमरा कर दो।

उस औरत ने अपने आप को थोड़ा संभाला और सिसकते हुए कहा, "नहीं, उनसे बस छूट गयी है।"


उदास क्यों हो?


संता और बंता कई दिनों बाद मिले संता कुछ उदास सा लग रहा था और आँखों में आंसू थे।

बंता ने पूछा, "अरे तुम तो ऐसे लग रहे हो जैसे तुम्हारा सुब कुछ लुट गया हो क्या बात है?"

संता ने कहा, "अरे क्या बताऊँ तीन हफ्ते पहले मेरे अंकल गुजर गए और मेरे लिए 50 लाख रूपए छोड़ गए।"

बंता: तो इसमें बुरी बात क्या है?

संता ने कहा: और सुनो दो हफ्ते पहले मेरा एक चचेरा भाई मर गया जिसे मैं जानता भी नहीं था वो मेरे लिए 20 लाख रूपए छोड़ गया।

बंता ने कहा: ये तो अच्छा हुआ।

बंता ने कहा: पिछले हफ्ते मेरे दादाजी नहीं रहे और वो मेरे लिए पूरा 1 करोड़ छोड़ गए।

बंता ने कहा: ये तो और भी अच्छी बात है पर तुम इतना उदास क्यों हो?

संता ने कहा: इस हफ्ते कोई भी नहीं मरा।


बंता: अरे यार संता तुम जो तोता लाये थे, कैसा है वो?

संता: क्या बताऊँ यार कल हमारा तोता पेट्रोल पी गया।

बंता: अरे, फिर क्या हुआ?

संता: होना क्या था तड़पा, चीखा, फड़फड़ाया, उड़ा तो छत से जा कर टकराया, फिर कई बार कमरे में गोल- गोल उड़ा और कई बार चारों दीवारों से टकराया।

बंता: फिर?

संता: फिर उड़ कर हॉल में पहुंच गया। वहां भी अंधों की तरह खूब टककरें मारीं। फिर किचन में पहुंच गया। वहां तो बहुत ही तड़पा, कई बर्तन फोड़ दिए। फिर बैडरूम में पहुंचा तो सीधा जाकर ड्रेसिंग टेबल के शीशे से टकराया। शीशा चकनाचूर हो गया और उन्ही टुकड़ों में वो भी फर्श पर ढेर हो गया।

बंता: ओह, फिर मर गया?

संता: नहीं मरा तो नहीं पर मुझे लगता है पेट्रोल ख़त्म हो गया होगा।


संता की होशियारी!


एक आदमी ने मोटर साइकिल पर बैठ कर सिनेमा हाल के सामने संता से एक सवाल पूछा।

आदमी: भाईसाहब, मोटर साइकिल का स्टैंड कहाँ है?

संता: भाईसाब, पहले आप अपना नाम बताइये?

आदमी: रमेश।

संता: आपके माता-पिता क्या करते हैं?

आदमी: क्यों? भाई साहब मैं लेट हो जाऊंगा और फिल्म शुरू हो जाएगी।

संता: तो जल्दी बताओ?

आदमी: मेरी माँ एक डॉक्टर हैं और मेरे पिता जी इंजीनियर हैं। अब बता दीजिये?

संता: आपके नाम कोई जमीन जायजाद है?

आदमी: हाँ, गांव में एक खेत मेरे नाम है? प्लीज़ भाई साहब अब बता दीजिये स्टैंड कहाँ है?

संता: आखिरी सवाल, तुम पढ़े लिखे हो?

आदमी: जी हाँ, मैं MBA कर रहा हूँ। अब बताइये जल्दी से।

संता: भाई साहब, देखिये आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि इतनी अच्छी है, आपके माता पिता दोनों उच्च शिक्षित हैं, आप खुद भी इतने पढ़े लिखे हैं पर मुझे अफ़सोस है कि आप इतनी सी बात नहीं जानते कि मोटर साइकिल का स्टैंड उसके नीचे लगा होता है। एक बड़ा और एक साइड वाला।


वक़्त-वक़्त की बात है!


बंता: प्रीतो और मैं तलाक ले रहे है।

संता हैरान होते हुए, "क्यों क्या हुआ तुम दोनों तो बहुत अच्छे से रहते हो।"

बंता: जब से हम लोगों ने शादी की है तब से प्रीतो मुझे बदलने की कोशिश में लगी हुई है, सबसे पहले उसने मुझे शराब पीने से रोका, फिर सिगरेट फिर इधर-उधर आवारा घूमने से। उसने मुझे सिखाया कि अच्छे कपड़े कैसे पहनते है, उसने मुझे संगीत और कला के प्रति रूचि आदि सब सिखाये और स्टॉक मार्केट में कैसे निवेश करना है ये सब भी उसी ने सिखाया।

संता ने कहा, "क्या तुम बस इसलिए नाराज हो कि उसने तुम्हें बदलने के लिए ये सब किया।"

बंता: अरे मैं नाराज नहीं हूँ, मैं अब काफी सुधर चुका हूँ तो अब वो मुझे अपने लायक नहीं लगती।


सेर पर सवा सेर!


एक बार संता और बंता दोनों एक दुकान पर गए। वहाँ सब लोगों को अपने काम में व्यस्त देख कर बंता ने 3 चॉकलेट चुरा लिए।

जब दोनों बाहर आये तो बंता अपनी ढींगे हांकने लगा कि वो बहुत चालाक है। उसने 3 चॉक्लेट चुराए और किसी को पता भी नहीं लगने दिया। तुम ऐसा नहीं कर सकते।

यह सुनकर संता को भी गुस्सा आ गया और बोला, "चलो मैं तुम्हें इससे भी बढ़िया चीज़ दिखाता हूँ।"

वो दोनों वापिस अंदर चले गए। अंदर जाकर संता ने दुकानदार से कहा, "क्या तुम जादू देखना चाहते हो?"

दुकानदार ने कहा, "हाँ, ठीक है।"

संता: तो फिर मुझे एक चॉकलेट दो।

दुकानदार ने संता को चॉकलेट दी और संता ने वो चॉकलेट खा ली और दूसरी चॉकलेट मांगी। दुकानदार ने दूसरी चॉकलेट भी दे दी तो संता ने उसे भी खा लिया। अब संता ने दुकानदार से तीसरी चॉकलेट मांगी और वो भी खा ली।

दुकानदार ने पूछा, "इसमें जादू कहाँ है?"

संता: मेरे दोस्त की जेब देखो तो तुम्हें तुम्हारी तीनों चॉकलेट वापिस मिल जाएँगी!


बंता का विचित्र ज्ञान!


संता अपने बेटे पप्पू की वजह से बहुत परेशान था।

इसी का सलाह-मश्वरा करने वो अपने दोस्त बंता के पास पहुंचा।

संता: यार, मैं अपने बेटे पप्पू को लेकर बहुत चिंतित हूँ।

बंता: क्यों क्या हुआ? उसने फिर कोई बदमाशी कर दी क्या?

संता: नहीं यार, वो बात नहीं है।

बंता: तो फिर क्या बात है?

संता: बस आज-कल जब भी वो सुबह उठता है तो बहुत थका-थका और सुस्त महसूस करता है। समझ नहीं आ रहा कि ऐसा क्यों होता है?

बंता भी अपने आप को होशियार साबित करने की कोशिश में लग गया।

बंता: तुम उसे सोने से पहले दूध पिलाते हो क्या?

संता: हाँ, पिलाता हूँ।

बंता: बस यही कारण है उसकी इस हालत का।

संता: मैं कुछ समझा नहीं। दूध के कारण ऐसा कैसे हो सकता है?

बंता: जब तुम उसे रात को दूध पिलाते हो तो रात को सोते वक़्त जब वो करवटें बदलता है तो दूध हिल-हिल कर दहीं बन जाता है, फिर दहीं से मक्खन निकल आता है, मक्खन फैट में बदल जाता है और उस फैट से चीनी बन जाती है और फिर चीनी की शराब। जिससे नतीजा यह होता है कि जब वो सुबह सोकर उठता है तो वो शराब के नशे में होता है। जिस कारण वो थका-थका और सुस्त महसूस करता है।


संता की परेशानी!


एक दिन संता थका हारा डॉक्टर के पास आता है और डॉक्टर से कहता है, "डॉक्टर साहब मेरे पड़ोस में बहुत सारे कुत्ते है जो रात दिन भौंकते रहते हैं जिस कारण मैं एक घड़ी के लिए भी नहीं सो पाता।"

डॉक्टर: इसमें कोई चिंता की बात नहीं है मैं तुम्हें कुछ नींद की गोलियां दे देता हूँ वे इतनी असरदार है कि तुम्हें पता ही नहीं चलेगा कि तुम्हारे पड़ोस में कोई कुत्ता है भी या नहीं। ये दवाइयाँ तुम ले जाओ और अपनी परेशानी दूर करो।

कुछ हफ्ते बाद संता वापस डॉक्टर के पास आया और पहले से ज्यादा परेशान लग रहा था और डॉक्टर से कहने लगा: डॉक्टर साहब आपकी योजना ठीक नहीं थी अब तो मैं पहले से ज्यादा थक गया हूँ।

डॉक्टर: मैं नहीं जानता कि ये कैसे हो गया पर जो दवाईयां दी थी वे नींद आने की सबसे बढ़िया गोलियां थी चलो फिर भी आज मैं तुम्हें उससे भी ज्यादा असरदार गोलियां देता हूँ।

संता: क्या ये सचमुच असर करेंगी पर मैं सारी रात कुतों को पकड़ने में लगा रहता हूँ और मुश्किल से अगर एक-आध को पकड़ भी लूँ तो उसके मुहं में गोली डालना बहुत मुश्किल हो जाता है।


उदास क्यों हो?


संता और बंता कई दिनों बाद मिले संता कुछ उदास सा लग रहा था और आँखों में आंसू थे।

बंता ने पूछा, "अरे तुम तो ऐसे लग रहे हो जैसे तुम्हारा सुब कुछ लुट गया हो क्या बात है?"

संता ने कहा, "अरे क्या बताऊँ तीन हफ्ते पहले मेरे अंकल गुजर गए और मेरे लिए 50 लाख रूपए छोड़ गए।"

बंता: तो इसमें बुरी बात क्या है?

संता ने कहा: और सुनो दो हफ्ते पहले मेरा एक चचेरा भाई मर गया जिसे मैं जानता भी नहीं था वो मेरे लिए 20 लाख रूपए छोड़ गया।

बंता ने कहा: ये तो अच्छा हुआ।

बंता ने कहा: पिछले हफ्ते मेरे दादाजी नहीं रहे और वो मेरे लिए पूरा 1 करोड़ छोड़ गए।

बंता ने कहा: ये तो और भी अच्छी बात है पर तुम इतना उदास क्यों हो?

संता ने कहा: इस हफ्ते कोई भी नहीं मरा।


आत्मघाती हमलावर!


बंता को आत्मघाती हमलावर दस्ते में नियुक्त किया गया उसे एक मिशन दिया गया कि शत्रुओं के खेमें में जाकर अपने आप को मार दे।

उसके उच्च अधिकारी ने उसे बहुत से हथियार दे दिए और कुछ बम उसके शरीर से बांध दिए और एक मोबाइल दिया जिससे उनकी बातचीत होती रहे। वह जैसे ही शत्रुओं के खेमें में पहुंचा उसने अपने बॉस को फ़ोन किया।

सर यहं पर दो शत्रु सैनिक है क्या मैं अब खुद को मार दूँ।

उच्च अधिकारी: नही केवल दो सैनिकों के लिए नही रुको जब तक काफी सैनिक न इकट्ठे हो जाये।

बंता: अब जहाँ में खड़ा हूँ वहां लगभग 25-30 सैनिक खड़े है क्या अब मार दूँ? उच्च अधिकारी: नही थोड़े और बढ़ने दो।

बंता: अब मेरे चारों ओर कोई 100 सैनिक है क्या में अब खुद को मार दूँ।

उच्च अधिकारी: हाँ बिल्कुल... आगे बढ़ो... बहादुरी से लड़ो.. देश के लिए जान दे दो... बंता ने चाकू निकाला और अपनी छाती पर मार दिया।


भाड़ में मत जाना!


एक सुपर स्टोर के सेल्समैन की एक बड़े ग्राहक से कुछ कहा सुनी हो गयी।

जब स्टोर के मालिक को पता चला तो उसने सेल्समैन को खूब डाटा और कहा की तुम्हें पता नहीं है कि संता जी हमारे कितने पुराने व् बड़े ग्राहक है।

तुमने उनके साथ बदतमीजी की, चलो माफी मांगो।

सेल्समैन ने फोन मिलाया, हेल्लो, संता जी बोल रहे हैं?

संता: हा मैं संता बोल रहा हूँ।

सेलसमैन: मैं सुपर स्टोर का सेल्समैन बोल रहा हूँ।

संता: बोलो, क्या बात है?

सेल्समैन: कल मैंने आपसे कहा था कि भाड़ में जाओ।

संता: हाँ, तो?

सेल्समैन: अब वहां मत जाना।


तुम्हें कैसे अंडे पसंद है?


संता और जीतो की शादी हो गयी, संता ने सोचा ये एक नए ज़माने की शादी है इसलिए दोनों की जिम्मेवारियां बराबर होनी चाहिए।

इसलिए हनीमून से लौट कर पहली ही सुबह संता जीतो के लिए बिस्तर पर ही ब्रेकफास्ट लाया।

जीतो उसकी पाक कला से ज्यादा प्रभावित नहीं हुई, उसने बड़े अनादर से ट्रे की तरफ देखा और सूंघकर कहा,"उबला हुआ अंडा, मुझे तो तला हुआ अंडा चाहिए था।"

अगली सुबह संता पूरे जोश में अपनी पत्नी की पसंद का तला हुआ अंडा ले आया, जीतो ने वो भी नहीं खाया,"तुम्हें पता नहीं मुझे अलग अलग किस्म के अंडे पसंद है? आज मुझे उबला हुआ अंडा चाहिए था।"

अपनी पत्नी को खुश करने के लिए अगले दिन सुबह बंता ने उसकी पसंद के दो अंडे बनाये, एक उबला हुआ एक तला हुआ और कहा लो मेरी जान खाओ।

जीतो एकदम गुस्से हो गयी, "तुम मूर्ख हो! तुमने गलत अंडा तल दिया और गलत उबाल दिया।"


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